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Sunday, 25 June 2017

स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों को दो माह से नहीं मिला वेतन, अफसरों ने ज्ञापन तक नहीं लिया





  बुधनी टाईम्स शुजालपुर
सरकारी शहरी स्वास्थ्य केंद्र के सात कर्मचारियों को दो माह से वेतन नहीं मिला और जब उन्होंने ज्ञापन देकर समस्या से अवगत कराना चाहा तो अफसरों ने ज्ञापन लेने से इनकार कर कर्मचारियों को मौखिक सांत्वना दे दी।
दो माह से आर्थिक बदहाली से परेशान संविदा स्वास्थ्यकर्मी बिना मानदेय के सेवाएं दे रहे हैं। नगरीय क्षेत्र की गंदी बस्ती के आसपास के रहवासी इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए स्थापित शहरी स्वास्थ्य केंद्र (अर्बन डिस्पेंसरी) में सात नर्सिंग कर्मचारी संविदा पर कार्यरत हैं। बीते दो माह से इन्हें मानदेय नहीं मिलने से कर्मचारियों को परिवार का भरण पोषण करने के लिए आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

वेतन नहीं मिलने से नाराज कर्मचारियों ने सीएमएचओ को पूर्व में ज्ञापन भी दिया, लेकिन कोई निराकरण नहीं हुआ। परेशानी बढ़ने पर कर्मचारियों ने सिविल अस्पताल शुजालपुर सिटी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विपिन बिहारी जैन को ज्ञापन देना चाहा तो उन्होंने ज्ञापन लेने के बदले कर्मचारियों को मौखिक आश्वासन देकर रवाना कर दिया। पूर्व में कई बार कर्मचारियों को बताया गया कि उनके खाते में मानदेय भेजा जा चुका है। जब उन्होंने खातों को अपडेट कराया तो उन्हें मानदेय नहीं आने से निराशा ही हाथ लगी।

स्वास्थ्य केंद्र पर पदस्थ मनीषा वर्मा ने 6 साल पहले शिक्षा ऋण लिया था, जिसमें मनीषा को हर माह 5000 रुपए किस्त अदायगी वेतन के खाते से सीधे करनी होती है लेकिन वेतन में देरी के चलते उसको अब हर माह 1000 रुपए पेनल्टी चुकाना पड़ रही है। जिला प्रशासन से जल्द वेतन देने की मांग स्टाफ नर्स मनीषा वर्मा, रीना मालवीय, रीना दलोथिया, सपना अहिरवार, नीलम परमार, सुनीता गुर्जर एवं स्टाफ सहायक जगदीश कामरिया ने की है।