इंदौर,उज्जैन,देवास,शाजापुर,शुजालपुर,कालापीपल,अकोदिया के लिए भोपाल से प्रकाशित

Wednesday, 10 May 2017

दोनों मामलो में सुसाइड नोट में लेनदारों के नाम होने





कर्जदारों की ब्याज वसूली से परेशान होकर 1 व 6 अप्रैल को सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या करने के दो अलग-अलग मामलों में परिजनों ने मंगलवार को जनसुनवाई में एसडीओपी दफ्तर पर पहुंचकर पुलिस की मंशा व जांच पर सवाल उठाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। एक घंटे तक समझाइश के बाद भी परिजन अधिकारियों के आश्वासन से संतुष्ट नहीं हुए और विरोध में आधे घंटे तक धरना दिया।

ज्ञात रहे कि 1 अप्रैल को उगली निवासी महेश पाटीदार ने जहरीला पदार्थ खा लिया था। जिसकी भोपाल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में 12 पन्नों में परेशान करने वाले लेनदारों के नाम होने की जांच कर रामडी निवासी गिरीश पाटीदार सहित दो लोगों पर मामला दर्ज किया है। इन आरोपियों द्वारा भी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को मामले में झूठा फंसाने की शिकायत कर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई। जिसके कारण गिरफ्तारी न होने से मृतक के परिजन पुलिस से से संतुष्ट नहीं है।

मृतक की प|ी प्रेमकला पाटीदार ने आरोप लगाया कि आरोपियों के रसूखदार होने व पुलिस की आरोपियों से हुई सांठ-गांठ के कारण गिरफ्तारी नहीं हो रही। एसडीओपी अमित मिश्रा ने आश्वस्त किया कि आरोपी कितने भी रसूखदार हो, यदि जांच में दोषी पाए जाते है तो गिरफ्तारी कर पूरी न्यायायिक कार्रवाई की जाएगी। परिजन इससे संतुष्ठ न हुए और दफ्तर के बाहर ही धरना देने बैठे रहे।