बुधनी टाईम्स:- छोटे से प्रयास और मेहनत से सरपंच गांव में बदलाव ला सकते हैं। यह बात कलेक्टर श्रीमती अलका श्रीवास्तव ने आज ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के तहत प्राप्त होने वाले आवेदनों एवं शिकायतो के निराकरण तथा समस्त कार्यो की स्वीकृति आदि के संबंध में आयोजित शिविर में शुजालपुर एवं कालापीपल जनपद पंचायत क्षेत्र के सरपंचो, ग्राम पंचायत सचिवो, ग्राम रोजगार सहायको, पटवारियों सहित ग्रामीण स्तर पर पदस्थ समस्त अमले से कही।
कलेक्टर श्रीमती श्रीवास्तव ने कहा कि सरपंच चाहे तो उनके क्षेत्र के पेयजल समस्या का स्थायी निराकरण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरपंच ग्राम पंचायत क्षेत्र में अधिक से अधिक जल संरचनाएं बनवाए। जल संरचनाओं के निर्माण से धरती का जल स्तर बढ़ेगा, जिससे हैण्डपम्प कुएं आदि रिचार्ज होंगे और गर्मी के दिनों में भी पानी मिलेगा। उन्होंने सभी सरपंचो से कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में पौधा रोपण के लिए जगह चिन्हांकित करें और उसकी कार्य योजना बनाए। पौधा लगाना ही पर्याप्त नहीं होगा, उसकी सुरक्षा भी जरूरी है। पौधो को जिन्दा रखने के लिए पर्याप्त उपाय भी करें। पौधो की देखभाल, रोपण आदि के लिए पौध रक्षक की नियुक्ति करें। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कई लोग वास्तव में गरीब हैं, किन्तु उन्हें बीपीएल सूची में नाम नहीं होने के कारण खाद्यान्न आदि की सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। उन्होंने निर्देश दिए कि बीपीएल सूची में शामिल अपात्र लोगों के नाम हटाए और पात्र लोगो के नाम जोड़े। अपात्रो की जानकारी के लिए ग्रामों में एक पेटी लगवाए तथा उसमें लोगो से अपात्रो के नाम डालने का अनुरोध करें। पटवारीगण ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के दौरान बटवारा नामांकन और सीमांकन से संबंधित प्राप्त आवेदनों का निराकरण तत्काल करें। साथ ही उन्होंने सभी शासकीय सेवको से कहा कि लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत समय सीमा में सेवाएं नहीं देने पर जुर्माना लगाया जा सकता है। जुर्माना लगना भी कदाचरण की श्रेणी में आता है और इसके तहत कार्रवाई भी हो सकती है।
कालापीपल में उपस्थित जिला पंचायत सीईओ श्री वीरेन्द्र सिंह रावत ने मनरेगा योजना के तहत खेत तालाब एवं कपिलधारा कूप निर्माण के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर जनपद पंचायत सीईओ श्री अमित व्यास ने पौध रोपण कार्य योजना के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर शुजालपुर में अनुविभागीय अधिकारी श्री के.के. मालवीय, तहसीलदार श्री आनंद मालवीय, नायब तहसीलदार श्री नारायण नांदेचा भी मौजूद थे।छोटे से प्रयास और मेहनत से सरपंच गांव में बदलाव ला सकते हैं। यह बात कलेक्टर श्रीमती अलका श्रीवास्तव ने आज ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के तहत प्राप्त होने वाले आवेदनों एवं शिकायतो के निराकरण तथा समस्त कार्यो की स्वीकृति आदि के संबंध में आयोजित शिविर में शुजालपुर एवं कालापीपल जनपद पंचायत क्षेत्र के सरपंचो, ग्राम पंचायत सचिवो, ग्राम रोजगार सहायको, पटवारियों सहित ग्रामीण स्तर पर पदस्थ समस्त अमले से कही।
कलेक्टर श्रीमती श्रीवास्तव ने कहा कि सरपंच चाहे तो उनके क्षेत्र के पेयजल समस्या का स्थायी निराकरण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरपंच ग्राम पंचायत क्षेत्र में अधिक से अधिक जल संरचनाएं बनवाए। जल संरचनाओं के निर्माण से धरती का जल स्तर बढ़ेगा, जिससे हैण्डपम्प कुएं आदि रिचार्ज होंगे और गर्मी के दिनों में भी पानी मिलेगा। उन्होंने सभी सरपंचो से कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में पौधा रोपण के लिए जगह चिन्हांकित करें और उसकी कार्य योजना बनाए। पौधा लगाना ही पर्याप्त नहीं होगा, उसकी सुरक्षा भी जरूरी है। पौधो को जिन्दा रखने के लिए पर्याप्त उपाय भी करें। पौधो की देखभाल, रोपण आदि के लिए पौध रक्षक की नियुक्ति करें। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कई लोग वास्तव में गरीब हैं, किन्तु उन्हें बीपीएल सूची में नाम नहीं होने के कारण खाद्यान्न आदि की सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। उन्होंने निर्देश दिए कि बीपीएल सूची में शामिल अपात्र लोगों के नाम हटाए और पात्र लोगो के नाम जोड़े। अपात्रो की जानकारी के लिए ग्रामों में एक पेटी लगवाए तथा उसमें लोगो से अपात्रो के नाम डालने का अनुरोध करें। पटवारीगण ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के दौरान बटवारा नामांकन और सीमांकन से संबंधित प्राप्त आवेदनों का निराकरण तत्काल करें। साथ ही उन्होंने सभी शासकीय सेवको से कहा कि लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत समय सीमा में सेवाएं नहीं देने पर जुर्माना लगाया जा सकता है। जुर्माना लगना भी कदाचरण की श्रेणी में आता है और इसके तहत कार्रवाई भी हो सकती है।
कालापीपल में उपस्थित जिला पंचायत सीईओ श्री वीरेन्द्र सिंह रावत ने मनरेगा योजना के तहत खेत तालाब एवं कपिलधारा कूप निर्माण के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर जनपद पंचायत सीईओ श्री अमित व्यास ने पौध रोपण कार्य योजना के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर शुजालपुर में अनुविभागीय अधिकारी श्री के.के. मालवीय, तहसीलदार श्री आनंद मालवीय, नायब तहसीलदार श्री नारायण नांदेचा भी मौजूद थे।
