समस्या की ओर जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
कहने को जिले के सबसे बड़े शहरों में शामिल नगर की हालत ग्रामीण क्षेत्रों से भी बत्तर हो गई है। पिछले दो दशकों में भी नगर की आधा दर्जन से ज्यादा कॉलोनियों में सड़कें व गंदे पानी की निकासी की सुविधाएं जिम्मेदार नहीं कर पाए। ऐसे में बारिश के मौसम में एक बार फिर इन क्षेत्रों के रहवासियाें को परेशान होना पड़ेगा।
रहवासियों के अनुसार सड़कें नहीं होने के कारण वैसे तो वर्षभर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है लेकिन बारिश के दिनों में यह समस्या और बढ़ी हो जाएगी। थोड़ी बारिश के बाद ही पानी से सड़कें लबालब हो जाती है। ऐसे में नालियों के पानी के साथ गंदगी से बीमारियों के फैलने का डर भी बना हुआ है। बावजूद जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। नगर के ब्रह्मपुरी, विद्यानगर, प्रेमनगर, गांधी कॉलोनी, कमल्या फाटक मार्ग, शासकीय जवाहरलाल नेहरू के समीप बना स्व. स्वतंत्रता सग्राम सेनानीनंदराम सोनानिया मार्ग, नीलकंठेश्वर कॉलोनी, महेशपुरा, श्रीनगर कॉलोनी सहित अन्य कुछ ऐसी कॉलोनी है जहां पर विगत 20 साल से अधिक समय से बड़ी संख्या में लोग निवास कर रहे हैं।
वैकल्पिक व्यवस्था कर टाल रहे मामला इन कॉलोनियों के रहवासियों द्वारा बारिश के समय में अपनी समस्या से जिम्मेदारों को अवगत करवाया जाता है तो नपा बोल्डर चुरी डालकर उनकी समस्या से निजात दिलाने का प्रयास करती है लेकिन यह वैकल्पिक व्यवस्था के बाद डाली गई चूरी पानी में बहने के कारण समस्या जस की तस बनी रहती है। प्रेमनगर कॉलोनी निवासी रवि परमार ने बताया कि इस कॉलोनी को बने 30 साल से अधिक का समय बीत गया है लेकिन उनकी कॉलोनी में रोड बनाने की अभी तक नपा ने ध्यान नहीं दिया। जबकि कुछ कॉलोनियों को बने अभी 10 साल भी नहीं हुए और वहां पर नपा द्वारा सड़कों का निर्माण करवा दिया गया। इस बारे में नपाध्यक्ष संदीप सणस का कहना है कि नपा द्वारा जिस प्रकार शहर के आंतरिक सड़कों का निर्माण किया गया है उसी प्रकार से कॉलोनियों की सड़कों की ओर ध्यान दिया जाएगा।
करीब दो दर्शक बीतने के बाद भी नहीं बनी जगन्नाथ पुरी कॉलोनी की सड़क।



